कुछ आकाश से उतरे शब्द
शनिवार, 11 अप्रैल 2015
निर्जन पथ
और बढ़ा , और बढ़ा दे ,मेरा डर
निकल पडू जिस से मैं अपने निर्जन पथ पर
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