तेरे खूबसूरत चेहरे का
और प्रभात के पहरेका
एक सा ही प्रभाव है
दोनों के सानिध्य में
शांत होता स्वभाव है ।
भोर की इस स्निग्ध वेला में
उसी सौम्य रस का हो रहा
स्त्राव है ।
और प्रभात के पहरेका
एक सा ही प्रभाव है
दोनों के सानिध्य में
शांत होता स्वभाव है ।
भोर की इस स्निग्ध वेला में
उसी सौम्य रस का हो रहा
स्त्राव है ।
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